मां के कफ़न खातिर बिलखते मासूमों का दर्द कैसे बयां किया जाये
यूपी के शाहजहांपुर से एक बेहद मार्मिक दृश्य देखने को मिला है, जिसे देख आपके रोंगटे खड़े हो सकते हैं। यहां 4 मासूम अपनी मां की मौत बाद अंतिम संस्कार के लिए सड़कों पर बिलखते हुए लोगों से भीख मांगते दिखे। जिसे देख किसी का भी कलेजा पसीज जाये। एक तरफ बच्चे अपनी मां के कफन के लिये भीख मांग रहे थे और सरकारी अमला मामला संज्ञान में होने के बावजूद गहरी नींद सो रहा था। मामला मीडिया में आने के बाद प्रशासनिक अमला हरकत में आया और आनन-फानन में जिले के जिलाधिकारी ने परिवार के लिये तत्काल एक लाख रुपये की मदद का ऐलान किया।
ये है मामला शाहजहांपुर के जलालाबाद कस्बे के देवरिया में रहने वाली राम देवी अपने 4 बच्चों के साथ झोपड़ी डालकर रह रही थी। सोमवार को महिला जब अपनी झोपड़ी में कुछ काम कर रही थी तभी उसको जहरीले सांप ने काट लिया जिससे उसकी मौत हो गई। परिवार में रामदेवी ही सर्वेसर्वा थीं। चार मासूम बच्चे मां के कफन के लिये भीख मांगने लगे, हालांकि इस पूरे मामले की जानकारी प्रशासन को ग्रामीणों ने दे दी थी, लेकिन जिला प्रशासन गहरी नींद में सो रहा था।
प्रत्यक्ष्यदर्शियों की मानें तो मासूम बच्चे लोगों से यह कह कर भीख मांग रहे थे कि सांप काटने से मेरी मां मर गयी है और कफन खरीदने के लिए पैसे नहीं है हमें कुछ पैसे दे दो। ये सब बताने के बावजूद भी कुछ लोग मासूमों को दरकिनार कर आगे बढ़े जा रहे थे। यह पूरा वाक्य समाज के मुंह पर करारा तमाचा है। जहां हम एक तरफ जानवर को अपनी आस्था से जोड़ते हुए इंसानी खून करने में बिलकुल नहीं हिचक रहे हैं वहीं जब एक मां जिसे देवी का रूप दिया गया है उसके मर जाने के बाद मासूम बच्चे कफन के लिए बिलख रहे हैं और हमारे माथे पर कोई सिकन नहीं आती। इससे पता चलता है कि हमारा समाज किस ओर जा रहा है।
पांच साल पहले छोड़ गया पति—
बता दें कि राम देवी का पति भैया लाल 5 साल पहले छोड़ कर चला गया था। जिसके बाद महिला ही मेहनत मजदूरी करके बच्चों का पेट भर रही थी। महिला की मौत के बाद कई बार ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को सूचना दी, लेकिन लापरवाही के चलते किसी अधिकारी ने मौके पर पहुंचने तक की जहमत नहीं उठाई।
डीएम ने दिया मदद का आश्वासन—
मामला मीडिया में आने के बाद डीएम नरेन्द्र कुमार सिंह ने बच्चों की सहायता के लिए तत्काल एक लाख रुपए जारी किए हैं। साथ ही बीमे के रुपए भी जल्द करने की बात की है। इसके साथ ही प्रशासन घर में बच्चों के लिए खाद्यान का इंतजाम करने के अलावा बच्चों की पढाई का इंतजाम भी कर रहा है।
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